Dekho is kayar,pakhandi ko,jo dushri adharmi kitabe padhne ka updesh de raha hai.Gou ko upeksha kar raha hai.Yeh congressio se bhi zyada ghinouni vote bank ki rajneeti karega,abhi desh main cow slaughter house hai,yeh agar satta main aagaya toh hindu slaughter house kholega.Savdhan, Shri Narendra Modi ji kohi vote dena.- http://youtu.be/TRkHX9uZhUI

2012/10/18 MahanDeshBharat <swarnimrashtra@gmail.com>
नरेन्द्र मोदी से डरता है पाकिस्तान : आखिर क्यों ?? मोदी की ताकत क्या है ?

मोदी का भारत का प्रधानमंत्री बनाना कांग्रेस से ज्यादा पकिस्तान को भारी पडने वाला है क्योकि आतंकवादी देश होने के कारन पकिस्तान मोदी के सीधे निशाने पर होगा और भारत पकिस्तान की अर्थव्यवस्था को तार तार कर सकता है. पकिस्तान मोदी को ब्लैकमेल नहीं कर पायेगा क्योकि मोदी का कोई स्विस बैंक खाता नहीं है.
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पकिस्तान के दूसरे नम्बर के दुश्मन डॉ.सुब्रमनियन स्वामी भी मोदी की गहरी दोस्ती है और जाने माने अर्थशात्री होने के कारन स्वामी को मालूम है की पकिस्तान की कौन सी नस दबानी है. डॉ.स्वामी का नेटवर्क और राजनैतिक कौशल कांग्रेस के साथ साथ भारत के दुश्मन देशो को भी भारी पडेगा.
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बाबा रामदेव सहित सभी राष्ट्रवादी शक्तिया मोदी के पीछे खड़ी है जो भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए मोदी का साथ देंगी. भारत स्वाभिमान के हर एजंडे में महान सनातनी धर्म का सार छुपा है जो भारत को विश्वगुरु बनाने का मंत्र है. इसमे योग ,आयुर्वेद, गो रक्षा, कृषि, जल सरक्षण, पापियों का नाश, शराब बंदी, स्वदेशी उत्पादन, स्वदेशप्रेम, राष्ट्रभाषा बहुत सारे पहलू है जिसपर काम होगा, भारत के वास्तविक इतिहास का ज्ञान होने पर हमारा स्वाभिमान खुद ही भारत को विश्व शक्ति बना देगा,
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हिन्दुओ को दुर्दशा से बचाने के लिए किये जाने वाले हर काम में पकिस्तान की असली दुर्दशा छुपी हुई है, जैसे कश्मीर से हिन्दुओ के पलायन के पीछे पकिस्तान का हाथ है जिसे भारत की सेना पूर्व स्थिति में लायेगी, जिसका असर पकिस्तान पर अवश्य होगा. भारत की शक्ति का एहसास स्वयम भारतीयों को ही नहीं है लेकिन मोदी को भारत की ताकत का एहसास है जिसका प्रयोग सिंध और बलूचिस्तान को पकिस्तान से अलग होने के लिए भी किया जा सकता है. 

अमेरिका की चाहत है की बलूच पकिस्तान से अलग हो जाये और वहा पर भारत का वर्चस्व बढे. अमेरिका पकिस्तान को कभी भी  अपने पंजे से बाहर नहीं जाने देगा क्योकि इस्लाम का खूंखार चेहरा अमेरिका अब देखने लगा है. भारत के पास वो शक्ति है जो किसी भी देश के पास नहीं है लेकिन नेतृत्व नहीं है, मोदी के सामने आने से भारत एक ही दिशा में जायेगा- विश्व शक्ति बनने की दिशा में.

मोदी की अगुआई वाले भारत की तुलना आज के पकिस्तान से करना मजाक वाली बात होगी परन्तु आज स्थिति ये है  १२२ करोड की जनसंख्या वाला देश भारत ३८ करोड़ जनसँख्या वाले देश अमेरिका से कहता है की १५ करोड जनसँख्या वाले इस्लामिक पकिस्तान को हम पर आतंकवादी हमला करने से रोको.......यही है वह दुर्दशा जो १४ लाख सेना रखने वाले भारत देश का जिसकी कमान देश द्रोही कमीनों के हाथ में है...
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इसलिए भारत की कमान मोदी के हाथो जाते देख सबसे ज्यादा पकिस्तान परेशान है, और वह हर कदम पर कांग्रेस को मजबूत करने की फिराक में है तथा सबसे खराब स्थिति में छद्म सेकुलरों का साथ देगा जो छुपे रूप में हिंदुत्व विरोधी ही हैं. मोदी की नजर विश्व के ईसाई पहलू पर भी है..अगर मोदी के हाथ में सत्ता आती है अगले दो दशक हिंदू विस्तार के काल हो सकते है क्योकि पुरे विश्व में हिंदुत्व की स्वीकार्यता बहुत तेजी से बढ़ रही है सिर्फ इसे सही तरीके से पेश करने की आवश्यकता है.

मोदी में सभी अर्हताए है यानि पकिस्तान का डर वास्तविकता है.   

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आपने स्वयं और अपने परिवार के लिए सब कुछ किया, देश के लिए भी कुछ करिये,
क्या यह देश सिर्फ उन्ही लोगो का है जो सीमाओं पर मर जाते हैं??? सोचिये...