Tuesday, 27 March 2012

टीम अन्ना के खिलाफ निंदा प्रस्ताव आज : टीम अन्ना भी तैयार

 शरद यादव के खिलाफ टीम अन्ना के कथित अपमानजनक बयान मामले में अब आर या पार की लड़ाई शुरू हो गई है। जहां शरद यादव इस मामले में आज लोकसभा में टीम अन्ना के खिलाफ सर्वदलीय प्रस्ताव लाने वाले हैं, वहीं टीम अन्ना ने इस बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया है। टीम अन्ना का कहना है कि बयान में कुछ भी गलत नहीं है और अगर संसद इसके लिए कोई सजा देती है तो वह भुगतने के लिए तैयार है।

सोमवार को लोकसभा में शरद यादव के खिलाफ टीम अन्ना के कथित अपमानजनक बयान का सभी दलों ने विरोध किया। इस मसले पर सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के सदस्य एक साथ खड़े नजर आए। सबका कहना था कि संसद और सांसदों के खिलाफ इस तरह का बयान देना लोकतंत्र का अपमान है। सभी दल जिस तरह से इस मसले पर एकजुट नजर आ रहे हैं , उसे देखते हुए यह करीब-करीब तय है कि सर्वदलीय प्रस्ताव पास हो जाएगा।

माफी नहीं मांगेंगे, सजा भुगतने को तैयारः टीम अन्ना
इस बीच टीम अन्ना ने साफ किया है कि उसके किसी सदस्य ने कोई भी गलत बयान नहीं दिया है। टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया के जिस बयान पर हंगामा मचा हुआ है, उसमें कुछ भी गलत नहीं है। करप्शन के खिलाफ एक कारगर कानून लाने की कोशिश का जब कुछ सांसद विरोध करते हैं तो मन में यह सवाल उठना स्वाभविक है कि आखिर ये क्यों विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो कुछ सिसोदिया ने कहा वह एक मुहावरा है जिसे शाब्दिक रूप में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसद को यह सोचना चाहिए कि उसकी गरिमा इतनी कम क्यों हो गई है कि किसी भी बयान से यह खतरे में पड़ जाती है। उन्होंने कहा कि टीम अन्ना इस बयान को लेकर माफी नहीं मांगेगी , लेकिन अगर संसद को ऐसा लगता है कि हमें सजा देकर उसकी गरिमा बढ़ती है तो हम सजा भुगतने को तैयार हैं।

क्या था शरद यादव पर टीम अन्ना का बयान
टीम अन्ना के अहम सदस्य मनीष सिसोदिया ने रविवार को जंतर - मंतर पर मंच से भाषण देते हुए जेडी ( यू ) अध्यक्ष शरद यादव को परोक्ष रूप से चोर बता दिया था। मंच पर लगे स्क्रीन पर संसद में शरद यादव द्वारा दिए गए भाषण के अंश दिखाए जा रहे थे। उसमें दिखाया गया कि कैसे यादव ने प्रस्तावित लोकपाल बिल का विरोध किया था। संसद में यादव के इस भाषण के बीच मनीष ने माइक पर टिप्पणी की , ' इसे कहते हैं चोर की दाढ़ी में ...' इसके बाद वह चुप हो गए और उनकी बात वहां मौजूद भीड़ ने पूरी करते हुए जोरदार आवाज में कहा '... तिनका ' । मनीष यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा में विधायक लोग बैठकर ब्लू फिल्म देखते हैं , जबकि हम उसे लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं।

No comments:

Post a Comment